देशभक्ति गीत, सा से सागर की लहरें
देशभक्ति गीत
सा से सागर की लहरें, रे से रेगिस्तान
ग से गंगा की धारा, जिसकी मीठी तान
म से मिट्टी देश की, जिस पर हम कुर्बान
प प प,म म म, म म म, ग ग ग,
ग ग ग, रे रे रे, रे ग रे,सा सा सा
प म ग रे सा -2
2. प से पर्वत की चोटी, ध से धरती न्यारी
नि से नील गगन है,नीले फूलों की क्यारी
सां सां सां, नि नि नि, नि नि नि, ध ध ध
ध ध ध, प प प, प प प, म म म, म म म,ग ग ग
ग ग ग, रे रे रे, रे ग रे, सा सा सा
प म ग रे सा -2
3. प से पंचम गाए कोयल, ध से धरती डोळे
नि से निर्झर झरने, सात सुरों में बोले
सां सां सां, नि नि नि, नि नि नि, ध ध ध
ध ध ध, प प प, प प प, म म म, म म म,ग ग ग
ग ग ग, रे रे रे, रे ग रे, सा सा सा
प म ग रे सा -2
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